कुम्भ मेले में आने वाले लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं के आस्थावान सैलाब को संभालने के लिए हजारों पुलिस के जवानों के साथ अलग-अलग सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक संगठनों के स्वयंसेवक भी अपनी-अपनी सेवाएं देते हैं. इस बार भी NSS, NCC, देवसंस्कृति विश्वविद्यालय, व्यापार मंडल, वैदिक कन्या गुरुकुल, भारत सेवाश्रम संघ, पतंजलि योगपीठ द्वारा हजारों स्वयंसेवक को कुम्भ मेला पुलिस के आग्रह पर कुम्भ मेला व्यवस्थाओं में सहयोग कराने के लिए नियुक्त किया गया है. इसके अलावा अन्य धर्मों के संगठनों जैसे गुर्जर विस्थापन समिति, ज्वालापुर कस्सावान के द्वारा भी यातायात व्यवस्था में सहयोग किये जाने की पेशकश की है.
परन्तु इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि परस्पर विरोधी विचारधाराओं वाले दो संगठन उत्तराखंड पुलिस के आग्रह पर किसी कार्य को सम्मिलित रूप से सकुशल सम्पन्न कराने हेतु एक साथ आये. यहां बात हो रही है आरएसएस और कॉंग्रेस सेवादल की. यह बात सर्वविदित है कि ये दोनों संगठन राजनीतिक रूप से एक दूसरे से अलग और परस्पर विरोधी विचारधाराओं को मानते हैं और अधिकाँश मुद्दों पर एक दूसरे से असहमति ही रखते हैं. लेकिन इस बार उत्तराखंड पुलिस के आग्रह पर ये दोनों ही संगठन कुम्भ 2021 के सकुशल, सुव्यवस्थित और सफल आयोजन में सहभागी बनने के लिए एक साथ आये हैं.
दोनो ही संगठनों के पदाधिकारियों के द्वारा कुम्भ मेला पुलिस को आश्वस्त किया गया है कि वे सनातन संस्कृति के सबसे बड़े पर्व कुम्भ मेला 2021 को सकुशल, सुरक्षित रूप से सम्पन्न कराने के लिए एक दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सेवाभाव से काये करने के लिए तैयार हैं और इसके लिए दोनो ही संगठन अपने हजारों स्वयंसेवकों को कुम्भ मेला पुलिस के दिशा-निर्देशन में कुम्भ मेला संचालन में सहयोग हेतु लगाएंगे.उत्तराखंड पुलिस की इस पहल की आम जनमानस द्वारा अत्यंत सराहना और प्रशंसा की जा रही है.
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