कोरोना काल में यूँ तो सभी समाजसेवी संस्थायें काम कर रही हैं लेकिन कुछ सामाजिक संगठनों ने सूबे के दूरस्थ इलाक़ों में कोरोना के ख़िलाफ इस जंग में मजबूती से काम करने का बेडा उठाया है. नाम है शुरवात फाउंडेशन, ग्रामीण सेवा मिशन 2021 के अंतर्गत प्रथम चरण में दिनांक 26 से 29 मई 2021 में रिखणीखाल ब्लॉक के 32 ग्रामसभा कलीगाड तल्ला, मंज्याड़ी, बुलेखा, खनेता तल्ला, उनेरी, कोटनाली, अंगनी, घेड़ी, सिनाला, घोटला, कंडिया मल्ला, बयेला तल्ला, बयेला मल्ला, हिटोली, सेन्दी, सुन्द्रोली, सिरवाणा, सिलबड़ी, सिमलसैण, दलमोटा, सिलबड़ी, सुलमोड़ी, दुन्गधार, देवखर, टकोली, बनगढ़, अगरोड़ा, जुई, धमधार, झर्त, काण्डा, कर्तिया और कुमलडी में ग्राम प्रधान और आशा वर्कर को हर ग्रामसभा में इमर्जेंसी इस्तेमाल की दवा की 5 किट, डिजिटल थर्मामीटर, पल्स आक्सीमीटर, वेपोराइजर, सैनेटाईजर, 3 प्लाई मास्क, कपड़े के रियूजेबल मास्क और एन 95 मास्क प्रदान किए। आशा या प्रधान इन उपकरणों के उपयोग से इन 32 ग्रामसभाओं के लगभग 75 गांवों के लोगों पर नजर रखेंगे और किसी पर भी कोरोना के लक्षण लगने पर मेडिकल औफिसर, रिखणीखाल या नजदीकी डॉक्टर को काल करके सूचित करेगें और उनके निर्देशानुसार ही हमारी दी हुई दवा की किटों से संभावित रोगी को दवा , मास्क , थर्मामीटर व सैनेटाईजर आदि उपलब्ध कराएगे। इस प्रकार जल्दी पहचान कर उपचार एंव रोकथाम में मदद मिलेगी तथा भविष्य में इन गाँवों के लोग आने वाली कोरोना लहरों का मुकाबला करने में सक्षम होंगे।
इसके अतिरिक्त प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, एवं पुलिस थाना, रिखणीखाल में भी इन सभी सामानों के अतिरिक्त इन्फ्रारेड थर्मामीटर, पीपीई किट एवं आक्सीजन कन्सनट्रेटर दिया गया. कुछ चुने हुए लोगो को भी इन्फ्रारेड थर्मामीटर दिया गया ताकि बाज़ार या अन्य अधिक जनसंख्या वाली जगहों पर बिना किसी को छुए संभावित संक्रमितों की पहचान की जा सके. फाउंडेशन शुरवात वालंटियर गरिमा सुन्द्रियाल द्वारा सामान वितरण के अलावा उन्हें कोरोना बिमारी में इसके इस्तेमाल का तरीका भी बताया. शुरवात फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री दीपक ध्यानी ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं ग्राम प्रधानों के फीडबैक के अनुसार भविष्य में इस ग्रामसभाओं को और सहायता दी जाएगी. शुरवात फाउंडेशन अपनी क्षमताओं और संसाधनों का लाभ भविष्य में रिखणीखाल की सभी 81 ग्रामसभाओं में पहुचाया जायेगा. स्थानीय जिला पंचायत सदस्य शालिनी बलोधी एवं स्थानीय जनसेवकों ने इस प्रोजेक्ट में हिस्सा लिया और सभी ग्राम सभाओं को इससे जोड़ा एवं दिए गए सामन का समुचित सदुपयोग करवाने का वचन दिया. शुरवात फाउंडेशन के सदस्यों, सहयोगी एवं अन्य सहयोगी सँस्थाओं ने इस सम्बन्ध में कई दीर्घकालिक योजनाओं पर काम करने में सहमति जताई है ताकि ग्रामीण सेवा मिशन को समयबद्द तरीके से पूरा किया जा सके.
कौन है फाउंडेशन शुरवात ?
फाउंडेशन शुरवात (FOUNDATION SHURWAAT) रिखणीखाल ब्लाक में सन 2006 से अन्य कार्यों के अतिरिक्त शिक्षा एवं व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहा है. इसके अंतर्गत कुलानीखाल, खनेताखाल, रिखणीखाल, टकोलीखाल एवं कर्तिया इन्टर कॉलेज में प्रत्येक वर्ष संस्था 200 से ज्यादा विद्यार्थियों को छात्रवृति प्रदान करती है, तथा व्यावसायिक शिक्षा के लिए प्रोतसाहित भी करते और अनुदान भी प्रदान करती है। शुरवात फाउंडेशन ने केदारनाथ आपदा के बाद 2013 से 2016 तक 3 दूरस्थ गांवो में 14 कोऑपरेटिव चला के 250 से जायदा परिवारों लोगों को रोज़गार प्रदान करने की कोशिश की ये सारी कोऑपरेटिव आज भी लोगों को रोज़गार मुहैय्या करा है. उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रो के विधार्थियों के शेक्षिक एवं बौद्धिक विकास तथा ग्रामीण क्षेत्र के आर्थिक एवं सामजिक विकास के लिए शुरवात फाउंडेशन प्रतिबद्द है.