उत्तराखंड में शिक्षकों को प्रधान अध्यापक की सौगात देने के बाद अब प्रदेश की पुष्कर धामी सरकार चुनावी साल में शिक्षकों को एक और बड़ा तोहफा देने की तैयारी कर रही है. प्रदेश के इंटर कॉलेजों में प्रधानाचार्यों के खाली पदों को भरने के लिए सरकार अब हेड मास्टर पद पर 5 साल की सेवा की शर्तों को हटाने की तैयारी कर रही है. 27 जुलाई को होने वाली कैबिनेट में यह प्रस्ताव लाया जा सकता है. प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने अधिकारियों से कैबिनेट बैठक में इसको लेकर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं. हालाकिं अभी नई शिक्षा सचिव राधिका झा ने अभी बतौर सचिव जिम्मेदारी नहीं ली है उम्मीद की जा रही है कि आज शिक्षा विभाग को नई सचिव मिल सकती है.
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आपको बताते चलें कि इस वक्त इंटर कॉलेजों में 700 से ज्यादा पद खाली हैं इनमें तदर्थ प्रधानाचार्य और प्रभारी प्रधानाचार्य जैसे-तैसे काम चला रहे हैं. यदि सरकार ने फैसला ले लिया तो लगभग 400 प्रधानाचार्य की तैनाती हो जाएगी. इधर प्रदेश में हाईस्कूल के मुकाबले इंटर कॉलेजों का अनुपात शुरू से ही बिगड़ा हुआ है इंटर कॉलेजों की संख्या 1382 हाई स्कूल की संख्या 932 है नियमानुसार हाईस्कूल की संख्या ज्यादा और इंटर कॉलेज भी कम होनी चाहिए. बहरहाल चुनावी साल में सरकार से शिक्षकों को कई उम्मीद हैं अब देखना होगा कि प्रदेश में आगे शिक्षा विभाग में क्या-क्या बदलाव देखने को मिलेंगे.