नरेश भट्ट
रुद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ में भाजपा नेता एवं सतपाल महाराज के करीबी पंकज भट्ट को देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को प्रदर्शन कर रहे तीर्थ पुरोहितों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. तीर्थ पुरोहितों के समर्थन में पहंुचे भाजपा नेता को तीर्थ पुरोहितों ने ऐसा भगाया कि उन्हें अपनी जान बचाने के लिए तीन मंजिला भवन पर चढ़ना पड़ा. पूरे मामले में सोशल मीडिया में वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें साफ दिख रहा है कि आक्रोशित तीर्थ पुरोहितों ने बीजेपी नेता पंकज भट्ट से हाथापाई भी की है.
भाजपा सरकार में बनाये गए देवस्थानम बोर्ड के विरोध में बीते दो सालों से लड़ाई लड़ रहे तीर्थ पुरोहित अब आर-पार का मन बना चुके हैं. बीते 32 दिनों से केदारनाथ में तीर्थ पुरोहितों का धरना-प्रदर्शन भी चल रहा है. बुधवार को इसी आंदोलन को लेकर ऊखीमठ बाजार से तहसील तक तीर्थ पुरोहितों की आक्रोश रैली थी. इस दौरान तीर्थ पुरोहितों की रैली का समर्थन करने पहंुचे भाजपा नेता पंकज भट्ट को देख तीर्थ पुरोहित आग बबूला हो गए और उन्हांेने भाजपा नेता के साथ हाथापाई करने के साथ ही उन्हें भगा दिया. भाजपा नेता किसी तरह से गाड़ी में बैठे और उन्होंने तीन मंजिला भवन में चढ़कर अपनी जान को बचाया. भाजपा नेता पंकज भट्ट पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के काफी करीबी माने जाते हैं. ऐसे में जैसे ही तीर्थपुरोहितों को इस बात की भनक लगी, उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया.
वहीं पूरे मामले में अब भाजपा नेता पंकज भट्ट की सफाई भी सामने आ रही है. उनका कहना है कि देवस्थानम बोर्ड को लेकर तीर्थपुरोहितों के विरोध का उन्हें सामना करना पड़ा है. उन्होंने कहा कि बीते दो सालों से कोरोना के कारण तीर्थ पुरोहित यात्रा न चलने से भी काफी आक्रोशित हैं. उन्होंने सरकार से देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की भी मांग की.