देहरादून: अगर आप उत्तराखंड से हैं और वेब सीरीज के शौकीन हैं तो तो यह खबर आपको जरूर खुशी देगी, जी हाँ ओटीटी प्लेटफॉर्म की दुनिया में अपनी अभिनय का जादू बिखेरने वाले पौड़ी के रहने वाले दिवाकर ध्यानी एक बार फिर से अपने कास्ट और ऐक्टिंग को लेकर चर्चाओं में है। हाल में ही दिवाकर की SONY LIV पर OTT प्लेटफॉर्म की सुपरहिट वेब सीरीज UNDEKHI “अनदेखी” रिलीज हो गई है, जिसमें दिवाकर इन्स्पेक्टर डोगरा के किरदार में नज़र आ रहे हैं। सुपरहिट वेब सीरीज के पहले ही एपिसोड में दिवाकर ही शानदार अभिनय देखा जा सकता है।
दिवाकर हाल में ऑल्ट बालाजी की वेब वेब सीरीज “हेलो जी”, “क्रैश” हॉटस्टार पर “रुद्रकाल” मैक्स पेर “काँड”और सोनिलिव पर”अनदेखी 2 ( सुनील डोगरा का रोल) ” में मुख्य कास्ट में नज़र आ रहे हैं। इसके अलावा amazone Prime पर पंचायत 2 अप्रैल 1 हफ़्ते और Hotstar में धमाकेदर “कभी आर कभी पार” में भी दिवाकर नज़र आएँगे ।
पौड़ी ज़िले के रहने वाले दिवाकर ने 1999 में ब्रिटिश एडर्वटाइजिंग कंपनी मैक्केन एरिक्सन की नौकरी छोड़कर एक्टिंग की राह पकड़ ली । दिवाकर बताते हैं कि एक्टिंग के फिल्ड में 10 से 7 वाली नौकरी जैसी स्टेब्लिटी और हर महीने की फिक्स सैलरी तो नहीं है, लेकिन तसल्ली और उत्साह इस बात का है कि ‘ मैं जो करना चाहता हूँ वो कर रहा हूँ । पैशन को प्रोफ़ेशन बनाये रखना आसान नहीं होता । अनेक उतार चढ़ाव के साथ आज भी संघर्षरत हूँ’ । हाल ही में रिलीज हुई वेब सीरीज ‘जीत की जिद्द’ में दिवाकर ने अशोक रेड्डी का किरदार निभाया है।
दोस्तों के बीच डीडी के नाम से चर्चित 44 वर्षीय दिवाकर ध्यानी मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी जिले के सैंडली गांव के रहने वाले हैं। 1999 में ऐड एजेंसी की नौकरी छोड़कर थिएटर से जुड़ गए। कुछ साल अस्मिता ग्रुप में एक्टिंग सीखने के बाद साहित्य कला परिषद की रेपेट्री जॉइन कर ली और एनएसडी के ड्रामा डायरेक्टर्स के साथ एक्टिंग की बारीकियों को समझा ।
साल 2004 में माया नगरी मुंबई चले गये। सरकार, सरकार राज, गो, गेम, लम्हा, कुछ लव जैसा, जॉन डे, वजह तुम हो, तोरबाज़ आदि कई चर्चित फिल्म्स में अलग- अलग किरदार किये। साथ ही वेब सीरीज़ घोल, वन्स अपॉन टाइम इन मुम्बई दोबारा और गुंडे में छोटे-छोटे किरदार निभाने के बाद वेब सीरीज अनदेखी में नोटिसअबल रोल मिला। जिसका हर एक्टर को इंतज़ार रहता है। इंस्पेक्टर सुनील डोगरा के किरदार में लोगों ने उनकी एक्टिंग स्किल को पहचाना और काफी सराहा ।
बहरहाल परिवार का बड़ा बेटा होने के नाते मातापिता की उनसे कई उम्मीदें हैं । मगर मुंबई शहर सपने तो देता है, लेकिन उसे पूरा करने की कीमत भी मांगता है, कॉन्टेक्ट्स ढूंढना, ऑडिशन देना, फिर उस पर नॉट फिट सुनने लेने के बाद हर बार वही हिम्मत जुटाना । यह दिवाकर की नहीं यह हर उस एक्टर की कहानी है जो एक्टिंग में एक मुकाम तो पाना चाहता है लेकिन कुछ समय बाद हालातों से समझौता कर वापस लौट जाता है या अपना पैशन छोड़कर किसी दूसरे प्रोफ़ेशन को अपना लेता है । पर ये समझौता दिवाकर ने नहीं किया और नॉट फिट को फिट बनाने का प्रयास जारी रखा । वहीं ऐसे ही कई मंझे हुए कलाकारों को काम करने का मौका भी दे रहा है, जहां स्ट्रांग कॉन्टेंट को मंझे हुए एक्टर्स ही जस्टिफाई कर पाते हैं।