देहरादून: उत्तराखंड में पिछले 10 सालों में 5 लाख से ज्यादा लोग पलायन कर चुके हैं. पूरे प्रदेश से 700 से ज्यादा गांव घोस्ट विलेज घोषित हो चुके हैं. पांडवास क्रीएशन की हाल में रिलीज हुई टाइम मशीन 4 शॉर्ट फ़िल्म भी इसी सच्चाई को बयां कर रही है. “घुघुटी बसुती” से टाइम मशीन 1 की शुरुआत के बाद “फुलारी” “शकुना दे” के सुपरहिट होने के 3 साल बाद टाइम मशीन 4 “यकुलाँस” रिलीज की गई है.
28 मिनट के इस वीडियो में कहानी है पहाड़ के एक बुजुर्ग (किशन सिंह कुंवर) जो अपने गांव में रहते है और वह अपनेआप में ज़िंदादिली के साथ खुश है. इसी बीच जब अपने बेटे और बहू को मिलने के लिए शहर आते है तो शहर के लोग और वहाँ की आबों हवा उन्हें रास नहीं आती. इस स्टोरी में और भी बहुत कुछ बारीकी से दिखाया गया है. इस शॉर्ट फ़िल्म के मुख्य पात्र किशन सिंह कुंवर का अभिनय दिल छू जाता है.
यह शॉर्ट फिल्म POV यानी कि “प्वाइंट ऑफ व्यू” स्टाइल में फिल्माई गई है. फिल्म के डायरेक्टर – प्रड्यूसर डोभाल ब्रदर्स है. फिल्म का निर्देशन कुणाल डोभाल ने किया है, जबकि कैमरा वर्क सलिल डोभाल ने शानदार तरीक़े से किया है. आर्ट डायरेक्टर के रूप में प्रेम मोहन डोभाल और स्क्रिप्ट राइटर के रूप में ईशान डोभाल इस फिल्म में नजर आ रहे. इस फिल्म में गढ़वाल के सुप्रसिद्ध लेखक एवं कवि जगदंबा चमोला की कविता को दर्शाया गया है कुल मिलाकर 4 साल बाद पांडवा क्रिएशन की शानदार प्रस्तुति है.