28.8 C
Dehradun
Monday, July 14, 2025

उत्तराखंड: दीपावली पर मिलावटखोरों से रहें सावधान, ऐसे करें असली और नकली में अंतर

देहरादून: त्योहारों के सीजन में रौनकों के साथ कुछ चिंताएं भी आती हैं। यह चिंताएं मिलावटी चीज़ों की हैं। खासकर दीपावली व भाईदूज त्योहार पर कई बार मिलावट वाली मिठाई या खाद्य पदार्थों के पकड़े जाने के मामले सामने आए हैं। कई दफा लोग इनका सेवन कर बीमार पड़े हैं। ऐसे में त्योहारों को देखते हुए लोगों को मिलावट का डर सताने लगता है।

कुछ लोग तो अब घरों पर ही मावा लाकर मिठाइयां बनाने लगे हैं। मगर मिलावटखोरों ने मावा को भी मिलावट से दूर नहीं रखा। मावा अगर नकली निकलता है तो त्योहार का मजा पूरा का पूरा खराब हो जाता है। गौरतलब है कि मावा खरीदते समय उसकी पहचान करना अति आवश्यक है।

बता दें कि एक किलो दूध से तकरीबन 200 ग्राम मावा ही निकलता है। अब चूंकि इससे व्यापारियों को उतना लाभ नहीं होता इसलिए मिलावटी मावा बनाया जाता है। मिलावट के लिए अक्सर शकरकंद, सिंघाड़े का आटा, आलू और मैदा का इस्तेमाल किया जाता है।स्टार्च, आयोडीन के साथ ही आलू मिलाया जाता है। आलू और आटा वजन के लिए मिलाया जाता है। इसे असली दिखाने के लिए केमिकल, मिल्क पाउडर में वनस्पति घी मिलाते हैं।

ऐसे करें पहचान

गौरतलब है कि अपनी सेहत सही रखने के लिए और त्योहारों का मजा किरकिरा ना करने के लिए आपको असली व नकली मावे की पहतान होनी जरूरी है। इसे आसानी से हथेली पर रख कर पहचाना जा सकता है। दरअसल हथेली पर रखने पर यदि मावा तेल छोड़ता है तो मिलावट नहीं है। इसके अलावा मावे को हल्के गुनगुने पानी में डालकर थोड़ा चने का आटा और चुटकी भर हल्दी मिला दें।

यदि रंग गुलाबी आता है तो समझिये इसमें मिलावट है। वरना यह असली है। खास ध्यान रखने योग्य बात यह है कि असली मावा मुलायम और नकली दरदरा होता है। जहां असली मावा स्वाद में कच्चे दूध जैसा होता है तो वहीं नकली मावा चखने में कसैला होता है। नकली मावा पानी में डालकर फेंटने पर दानेदार टुकड़ों में अलग हो जाता है। बता दें कि इसके सेवन से लिवर में परेशानी होती है। सेहत पर बुरा असर पड़ता है। आप त्योहारों में नकली असली मावे की पहचान के लिए उक्त बातों का ध्यान जरूर रखें।

spot_img

Related Articles

spot_img
spot_img
spot_img

Latest Articles

भारत की न्याय व्यवस्था सिर्फ देश की सीमाओं तक सीमित नहीं: जस्टिस सूर्यकांत

0
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने कहा कि भारत की न्याय व्यवस्था सिर्फ देश की सीमाओं तक सीमित नहीं है। देश...

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की वापसी 15 जुलाई को

0
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की धरती पर वापसी तय हो गई है। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार...

7 जुलाई से लापता त्रिपुरा की छात्रा स्नेहा देबनाथ की लाश यमुना में मिली

0
दिल्ली। महरौली थाना क्षेत्र स्थित पर्यावरण कॉम्प्लेक्स से सात जुलाई को लापता हुई 24 वर्षीय युवती स्नेहा देबनाथ की लाश बरामद हुई है। त्रिपुरा...

बहरूपियों के चेहरे से नकाब हटाता ऑपेरशन कालनेमि

0
देहरादून। एसएसपी देहरादून अजय सिंह के नेतृत्व में ढोंगी बाबाओं के विरुद्ध दून पुलिस ने बड़ी कार्यवाही की। अभियान के तीसरे दिन अलग-अलग थाना...

आईआईएम काशीपुर में प्रबंधन के गुर सीखेंगे प्राचार्यः डॉ. धन सिंह रावत

0
देहरादून: सूबे के राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों को भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) काशीपुर में प्रबंधन व नेतृत्व के गुर सिखाये जायेंगे। आईआईएम काशीपुर व...