नई दिल्ली: भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने हाल ही में संन्यास की घोषणा की थी। उनके इस फैसले ने सभी को हैरान कर दिया था। सोशल मीडिया के जरिए फैंस उन्हें उनके फैसले पर पुनर्विचार की सलाह दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक इस विषय में ज्यादा विचार नहीं किया है। वह चाहती हैं कि आने वाली पीढ़ी ओलंपिक में देश का परचम लहराए।
दरअसल, पेरिस ओलंपिक में 50 किग्रा वर्ग के फाइनल मुकाबले से पहले विनेश फोगाट को अयोग्य करार दिया गया था। उनका वजन निर्धारित सीमा से 100 ग्राम अधिक पाया गया था। इसके बाद उन्होंने संन्यास का एलान कर दिया था। हालांकि, फैंस चाहते हैं कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करें और लॉस एंजिलिस ओलंपिक के लिए तैयारी करें।
एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि मैं बहुत किस्मत वाली हूं और बहुत शु्क्रगुजार हूं। जब मैं मेडल से चूक गई थी तब मुझे लग रहा था कि मुझसे बदकिस्मत कोई नहीं है लेकिन जब मैं अपने देश में आई, अपने लोगों के बीच आई तो मुझे महसूस हुआ कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं। मैं अपने आप पर परमात्मा का बहुत आशीर्वाद समझती हूं, इतना मान-सम्मान प्यार मुझे मिल रहा है। अब हिम्मत मिल रही है कि मैं फिर से वो मेडल ला सकती हूं, जो कहीं खो गई थी। अभी मुझे पता नहीं है कि मुझे करना क्या है लेकिन मैं इसका कर्ज कभी चुका नहीं पाऊंगी। मैं चाहती हूं कि हमारी आने वाली पीढ़ी उसमें खेले। मैं उसमें बिल्कुल नहीं खेलूंगी। मेरा टार्गेट ओलंपिक था, वो सपना था। बस उस सपने में अगर जान आ गई, जो मैं चाहती हूं तो मैं निश्चित ही सोच सकती हूं। लेकिन अभी मैं उस स्थिति में नहीं हूं कि मैं फैसला ले सकूं कि करना क्या है। मैं चाहती हूं कि फैंस मुझसे कम और हमारी आने वाली पीढ़ी से ज्यादा उम्मीद करें। वो देखें कि आपका परिवार आपके साथ खड़ा है कि आप हारें-जीतें, हम आपके पीछे खड़े हैं। हमारे भी सपने हैं कि हमारे आने वाले बच्चे आगे बढ़ें और उनका भी मान-सम्मान हो। हम उसमें भागीदार बनें, हम गर्व से कह सकें कि ये हमारे हैं। मेरा जितना था मैंने कर दिया। आगे मेरे मन में ताकत और हिम्मत आएगी तो मैं निश्चित ही एक मिनट के लिए नहीं संकोच करूंगी।