देहरादून: उत्तराखंड में दिन प्रतिदिन धोखाधड़ी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। आए दिन कोई न कोई मामला सामने आ ही रहे है। वही उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में अज्ञात व्यक्ति ने सचिवालय में नौकरी का विज्ञापन जारी कर बिहार के कुछ युवकों से ठगी कर ली। फर्जी विज्ञापन में गृह सचिव के जाली हस्ताक्षर भी थे, इसलिए गृह सचिव के निर्देश पर धारा चौकी इंचार्ज शिशुपाल सिंह राणा की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
चौकी इंचार्ज ने बताया कि बिहार के कुछ युवकों ने शहर कोतवाली में फोन के माध्यम से शिकायत दर्ज करवाई कि नौकरी के नाम पर उनसे पैसे ठगे गए हैं। शिकायतकर्ता ने अपना नाम अभिषेक व दोस्तों का नाम राहुल व सोनू बताया। पीडि़तों ने बताया कि वह सामने नहीं आना चाह रहे हैं। पुलिस ने जब इसकी जांच की तो पता लगा कि शासन स्तर से नौकरी का कोई विज्ञापन या कोई काल लेटर नहीं भेजा गया। अज्ञात व्यक्ति ने फर्जी हस्ताक्षर कर काल लेटर जारी किए हैं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के हाथ कुछ मोबाइल नंबर लगे हैं, जिनके जरिये जांच को बढ़ाया जा रहा है। कितने युवकों से कितनी रकम ठगी गई है, इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है।
महिला ने एक व्यक्ति को किसी दूसरे की जमीन दिखाकर 25 लाख, 41 हजार रुपये ठग लिए। पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने आरोपित महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। शिकायतकर्ता रजनीश रतूड़ी निवासी पथरीबाग ने पुलिस को बताया कि अप्रैल 2014 में उन्होंने मेहूंवाला में शालू सक्सेना से खरीदी थी। रजनीश जब जमीन की सफाई व बाउंड्री कराने पहुंचे तो वहां कई लोग पहले से मौजूद थे। उन्होंने शिकायतकर्ता को यह कहकर वहां भगा दिया कि यह जमीन उनकी है। इसके बाद आरोपित महिला रजनीश को मेहूंवाला में किसी अन्य स्थान पर जमीन दिखाने के लिए ले गई और कहने लगी कि उसने यही जमीन दिखाई थी।
ठगी का शक होने पर जब पीड़ित ने मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी तो महिला ने कहा कि वह सारे पैसे वापस कर देगी, लेकिन अब तक महिला ने पैसे वापस नहीं किए। इंस्पेक्टर प्रदीप राणा ने बताया कि रजनीश रतूड़ी की तहरीर पर आरोपित महिला शालू सक्सेना निवासी ग्राम हरिपुर कांवली के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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