नई दिल्ली। सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को अगला सेनाध्यक्ष नियुक्त किया। 1 जुलाई, 1964 को जन्मे द्विवेदी को 15 दिसंबर, 1984 को भारतीय सेना की जम्मू और कश्मीर राइफल्स में कमीशन मिला था। लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी का उत्तरी सेना कमांडर के रूप में लंबा कार्यकाल रहा है। लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी रविवार को नए सेनाध्यक्ष का पदभार संभालेंगे। वह जनरल मनोज पांडे के 26 महीने का कार्यकाल खत्म होने पर उनकी जगह लेंगे। लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी 30वें सेनाध्यक्ष बने हैं। वह ऐसे वक्त में यह पदभार संभाल रहे हैं जब भारतीय सेना संरचनात्मक सुधारों के साथ-साथ स्वदेशीकरण के जरिये बड़े आधुनिकीकरण के दौर से गुजर रही है।
सरकार ने 30 जून की दोपहर से लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को अगला सेनाध्यक्ष नियुक्त किया। 1 जुलाई, 1964 को जन्मे द्विवेदी को 15 दिसंबर, 1984 को भारतीय सेना की जम्मू और कश्मीर राइफल्स में कमीशन मिला था। लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी का उत्तरी सेना कमांडर के रूप में लंबा कार्यकाल रहा है। उन्हें पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर सैन्य गतिरोध में चल रहे अभियानों का लंबा अनुभव रहा है।उन्होंने अपनी लगभग 40 साल की लंबी और प्रतिष्ठित सेवा के दौरान कई कमांड, स्टाफ, इंस्ट्रक्शनल और विदेशी नियुक्तियों में काम किया। उनकी कमांडर के तौर पर नियुक्तियों में 18 जम्मू और कश्मीर राइफल्स बटालियन, 26 सेक्टर असम राइफल्स ब्रिगेड, असम राइफल्स (पूर्व) के महानिरीक्षक और 9 कोर शामिल हैं। लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर उन्होंने महानिदेशक इन्फैंट्री सहित महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है।सैनिक स्कूल रीवा, नेशनल डिफेंस कॉलेज और यूएस आर्मी वॉर कॉलेज के पूर्व छात्र रहे द्विवेदी ने डीएसएससी वेलिंगटन और आर्मी वॉर कॉलेज, महू में भी पढ़ाई की है। इसके अलावा उन्हें यूएसएडब्ल्यूसी, कार्लिस्ले, यूएसए में प्रतिष्ठित एनडीसी समकक्ष पाठ्यक्रम में ‘विशिष्ट फेलो’ से सम्मानित किया गया। उनके पास रक्षा और प्रबंधन में एमफिल और सामरिक अध्ययन और सैन्य विज्ञान में दो मास्टर डिग्री हैं।