18.8 C
Dehradun
Tuesday, October 14, 2025

पंजाब में 3.87 लाख लोग हुए बेघर, अब तक 48 की मौत, 1.76 लाख हेक्टेयर में फसल बर्बाद

चंडीगढ़: पंजाब में बाढ़ का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा। शनिवार को चार जिलों में टूटे धुस्सी बांधों (तटबंधों) पर रविवार को दिनभर मरम्मत का काम चलता रहा। सेना और एनडीआरएफ की टीमें लगातार लगी हुई हैं। राज्य के बाढ़ प्रभावित सभी 23 जिलों के 2050 गांवों में कुल 3,87,898 व्यक्ति बेघर हो गए हैं जबकि 20 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
पंजाब सरकार द्वारा अब तक 22,938 लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित निकाला जा चुका है। इसके अतिरिक्त राज्य सरकार ने 219 राहत शिविर खोले हैं जिनमें 5404 लोगों को शरण दी गई है।
मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य के कई जिलों में अब तक कुल 1,76,980.05 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है। बाढ़ के कारण अब तक 48 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि जिला पठानकोट से तीन व्यक्ति लापता हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को फोर्टिस अस्पताल से मुख्य सचिव केएपी सिन्हा, डीजीपी गौरव यादव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बाढ़ में राहत और बचाव कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए भोजन व चिकित्सा सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए।
बाढ़ के कारण उत्पन्न गंभीर हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि प्राकृतिक आपदा से प्रभावित एक भी नागरिक राहत व बुनियादी सुविधाओं से वंचित न रहे। विशेष रूप से जो लोग बाढ़ के पानी के कारण मुख्य धारा से कटे हुए हैं, उनके तक जरूरी सामान व मदद पहुंचाई जाए। बैठक के बाद मुख्य सचिव केएपी सिन्हा ने बताया कि मुख्यमंत्री का पूरा ध्यान हाल ही में आए बाढ़ व भारी बारिश से प्रभावित हजारों परिवारों पर ही केंद्रित है। पंजाब सरकार बाढ़ पीड़ितों को हर संभव सहायता देने और उनके टूटे घर दोबारा बनाने के लिए एकजुट व दृढ़ है।
वहीं आप के वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा ने पोस्ट करते हुए कहा कि पंजाब में भयानक बाढ़ है लेकिन राहुल गांधी मलेशिया घूम रहे हैं। वहीं, मोदी जी ने देश में होकर अभी पंजाब में बाढ़ को लेकर दो शब्द भी नहीं बोले हैं और ना ही केंद्र सरकार कोई मदद मिली है। पंजाब का 60 हज़ार करोड़ रुपये केंद्र के पास बकाया है। सिर्फ़ आम आदमी ही पंजाब को दोबारा खड़ा करने की जद्दोजहद में लगे हैं। लेकिन मोदी जी तो देश में होकर भी न अभी तक दो शब्द बोले हैं, न एक रुपये की भी मदद केंद्र से की है जबकि 60 हज़ार करोड़ पंजाब के केंद्र पर बकाया हैं।

spot_img

Related Articles

spot_img
spot_img

Latest Articles

ईपीएफ से पैसा निकालना हुआ आसान, नियमों में बड़ा बदलाव

0
नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने सोमवार को कई बड़े फैसलों का एलान किया। ईपीएफओ के बोर्ड ने अपने सात करोड़ से अधिक...

सहकारिता ही सामाजिक एकता और आर्थिक स्वावलंबन की आधारशिलाः मुख्यमंत्री

0
देहरादून। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों/समूहों/संस्थाओं द्वारा लगाए गए स्थानीय उत्पादों के स्टॉलों का निरीक्षण कर स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देने तथा...

विश्व धरोहर फूलों की घाटी 31 अक्टूबर को होगी शीतकाल के लिए बंद

0
चमोली। विश्व धरोहर फूलों की घाटी इन दिनों बर्फ से लकदक बनी है। आलम यह है कि विभिन्न प्रजाति के फूलों के लिए प्रसिद्ध...

हर जिले में ऐसे स्वास्थ्यकर्मी तैयार होंगे जो आपदाग्रस्त लोगों के मन के घाव...

0
देहरादून। पिछले कुछ समय से उत्तराखंड लगातार प्राकृतिक आपदाओं की मार झेल रहा है । कहीं भूस्खलन, कहीं बादल फटना तो कहीं अत्यधिक वर्षा...

ग्राफिक एरा में मीडिया, समाज और विज्ञान पर राष्ट्रीय सम्मेलन, विशेषज्ञों ने मीडिया...

0
देहरादून। ग्राफिक एरा में प्राकृतिक आपदाओं में प्रभावी संचार और सामुदायिक सहयोग की निर्णायक भूमिका पर गहन मंथन हुआ। विशेषज्ञों ने न केवल मीडिया...