नरेश भट्ट: केदारनाथ धाम में भूमि को नापने के लिए आये अधिकारी-कर्मचारियों को तीर्थ पुरोहितों के विरोध का सामना करना पड़ा. इस दौरान तीर्थ पुरोहितों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि सरकार देव स्थानम बोर्ड के जरिये जबरन धाम में कार्य कर रही है. तीर्थ पुरोहितों की भूमि पर कब्जा किया जा रहा है और बिना उन्हें पूछे उनकी भूमि पर निर्माण किया जा रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. दरअसल, बुधवार को कुछ अधिकारी कर्मचारी केदारनाथ धाम पहुंचे. इस दौरान वह भूमि की नापजोख कर रहे थे. इस दौरान तीर्थ पुरोहित ने उन्हें देख लिया और विरोध जताया. तीर्थ पुरोहितों ने धर्मशाला नापने आई टीम के साथ ही सरकार और शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर आक्रोश दिखाते हुए नारेबाजी की.
तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि प्रशासन और सरकार बिना पूछे तीर्थ पुरोहितों की व्यक्तिगत भूमि पर निर्माण कर रही है. जोकि सरासर गलत है. इसका तीर्थ पुरोहित घोर विरोध करेंगे. यदि सरकार और प्रशासन की मनमानी पर रोक नहीं लगी तो तीर्थ पुरोहित आंदोलन को तेज करने को मजबूर हो जायेंगे. तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी, संजय तिवारी, रमाकांत शर्मा, शशि अवस्थी, नवीन शुक्ला, रोशन त्रिवेदी, चमन लाल शुक्ला ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड के विरोध में तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन दो साल से चल रहा है. बावजूद इसके शासन-प्रशासन जबरन तीर्थ पुरोहितों की धर्मशालाओं से छेड़छाड़ कर रहा है. बिना सहमति के धर्मशाला पर फीता लगाया जा रहा है. कहा कि अगर जबरन तीर्थ पुरोहितों के हकों के साथ खिलवाड़ करने का प्रयास किया गया तो पुरोहित समाज आंदोलन को उग्र करने को विवश हो जायेगा.