देहरादून: उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के इंट्रोडक्शन टू साइबर सिक्योरिटी और डिजिटल फॉरेंसिक की डिमांड दुनिया भर में बढ़ रही है । कैरियर और जागरूकता को लेकर भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, श्रीलंका और पाकिस्तान समेत 50 देशों के 80 हजार से अधिक विद्यार्थी सर्टिफिकेट कोर्स कर चुके हैं। यह दोनों कोर्स 12 सप्ताह के है।
विवी के मुताबिक, इंट्रोडक्शन टू साइबर सिक्योरिटी कोर्स जुलाई 2019 के ग्रीष्मकालीन सत्र से शुरू किया गया था। इसके अंतर्गत अब तक भारत समेत विभिन्न देशों के 70 हज़ार से अधिक विद्यार्थी सर्टिफिकेट प्राप्त कर चुके हैं। इस बार नए सत्र में 1028 अध्ययनकर्ता प्रवेश ले चुके हैं, जबकि डिजिटल फॉरेंसिक कोर्स जुलाई 2021 में शुरू किया गया। इसमें 10 हजार से अधिक विद्यार्थी सर्टिफिकेट ले चुके हैं। वहीं 577 ने इस सत्र में प्रवेश लिया है। कोर्स के राष्ट्रीय समन्वयक डॉ जितेंद्र पांडे का कहना है कि यह फाउंडेशन कार्यक्रम साइबर सुरक्षा चुनौतियां और साइबर नैतिकता के अवधारणाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है।
अध्ययनकर्ता इस कोर्स की वीडियो या अन्य पाठ्य सामग्री को डाउनलोड कर पढ़ाई कर सकते हैं इसके अलावा प्रत्येक व्याख्यान के पूरा होने के बाद परीक्षण शाखाएं दूर करने के लिए ऑनलाइन मौजूद रहता है और परीक्षा के बाद विद्यार्थी को विवि की ओर से सर्टिफिकेट दिया जा रहा है। डिजिटल फॉरेंसिक कोर्स में विद्यार्थी डिजिटल स्टोरेज मीडिया पर पाएगा डाटा की जांच करना, ऑपरेटिंग सिस्टम के फाइल स्टोरेज का मैकेनिज्म, डेटा के विश्वसनीय संरक्षण के लिए उपकरणों का उपयोग करना, कंप्यूटर फोरेंसिक टूल का उपयोग करना,फ़ाइलो की समस्याओं को दूर करना सीखा रहे हैं।