लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कानून-व्यवस्था की उच्चस्तरीय समीक्षा के दौरान कहा कि संभल का एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए। संभल की तरह किसी अन्य जिले में अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं दी जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। सीएम ने अवैध अतिक्रमण, चेन स्नेचिंग और बाइक से स्टंटबाजी करने वालों पर भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। सीएम ने मुख्य सचिव, डीजीपी समेत शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फील्ड में तैनात अधिकारियों से बात की। योगी ने खासकर गौतमबुद्धनगर, अलीगढ़ और संभल का नाम लेकर कहा कि किसी भी जिले में अराजकता फैलाने की छूट नहीं दी जा सकती है। जिन्होंने सार्वजनिक संपत्ति को क्षतिग्रस्त किया है, उसे ठीक कराने का खर्च भी उन्हीं उपद्रवियों से वसूला जाए। अराजकता फैलाने वालों को चिह्नित कर उनके पोस्टर लगाएं। जनता का सहयोग लें। सघन सर्च ऑपरेशन चलाएं। एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए।
अवैध अतिक्रमण को लेकर सीएम ने कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर अतिक्रमण के मामले संवेदनशील हैं। सड़क आवागमन के लिए है। भवन निर्माण सामग्री रखने, निजी वाहन पार्किंग, दुकान बनाने अथवा किसी के अनधिकृत कब्जे के लिए नहीं है। अतिक्रमण के मामलों में संवाद और समन्वय की नीति अपनाई जाए। सभी डीएम और एसपी ग्राम्य विकास, नगर विकास विभाग के साथ मिलकर स्थानीय निकायों के माध्यम से यह सुनिश्चित कराएं कि कहीं भी आवागमन बाधित कर अनधिकृत कब्जा न किया जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था की उच्चस्तरीय समीक्षा के दौरान कहा कि उन्होंने कहा कि 6 दिसंबर को डॉ. भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर अनेक संगठनों द्वारा जुलूस, सभा आदि का आयोजन होगा। इस दौरान कुछ अराजक तत्व माहौल को खराब करने का प्रयास कर सकते हैं। लिहाजा सभी जिलों में आवश्यक प्रबंध करें। सेक्टर प्रणाली लागू करें। कहीं भी कोई अप्रिय घटना न हो। वहीं 25 दिसंबर को भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की जन्म शताब्दी के अवसर पर सुशासन दिवस के भाव के साथ अनेक आयोजन होने हैं। इसी दिन क्रिसमस भी है। तत्पश्चात नववर्ष भी प्रारंभ होगा। इस दौरान कहीं भी हुड़दंग न हो। उल्लास मनाएं, लेकिन कोई भी कानून व्यवस्था को हाथ में न ले। सबकी आस्था और भावना का सम्मान है, लेकिन शांति और सौहार्द का माहौल भी बना रहना चाहिए।
योगी ने कहा कि धर्मस्थलों पर अथवा गीत-संगीत के कार्यक्रमों में तय मानक से अधिक आवाज तथा निर्धारित समय के बाद लाउडस्पीकर अथवा डीजे नहीं बजना चाहिए। कानफोड़ू आवाज वृद्धों, रोगियों और बच्चों के लिए बड़ी समस्या है। पूर्व में इस बाबत कार्रवाई हुई थी, एक बार फिर इसका निरीक्षण करें। जहां स्थिति ठीक न हो, तत्काल लाउडस्पीकर उतारे जाएं। यातायात नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में सड़क दुर्घटनाओं में लोग असमय काल कवलित हो जाते हैं। इसे जागरूकता के माध्यम से रोका जा सकता है।
मुख्यमंत्री योगी के सख्त निर्देश-बचने न पाए संभल हिंसा का एक भी उपद्रवी, उन्हीं से नुकसान की करें भरपाई
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