महाकुंभ के पहले शाही स्नान पर सभी 13 अखाड़े मां गंगा में सनातनी परम्परा की डुबकी लगाएंगे. इस दौरान सात सन्यासी अखाड़े और तीन बैरागी अखाड़े व तीन वैष्णव अखाड़े हर की पेडी ब्रह्मकुंड पर शाही स्नान करेंगे. प्रशासन द्वारा इस क्रम में अखाड़ों को शाही स्नान कराने की व्यवस्था की गई है. इस बीच हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर सुबह 8:00 बजे से लेकर जब तक सभी अखाड़े के स्नान नहीं कर लेते तब तक किसी भी व्यक्ति का ब्रह्मकुंड पर स्नान करना प्रतिबंध रहेगा. मेला प्रशासन के द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार जनता किसी भी अन्य घाट पर स्नान कर सकती है.
- सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा अपने साथी आनंद के साथ अपनी छावनी से 8 :30 बजे चलेगा और हर की पौड़ी पर पहुंचकर करेगा मां गंगा में स्नान.
- उसके बाद 9 बजे चल कर जूना अखाड़ा व अग्नि ,आवाहन और किन्नर अखाड़ा को स्नान के लिए दिया गया है जूना अखाड़े से निकलकर हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड में स्नान करेगा.
- उसके बाद महानिर्वाणी अपने साथी अटल के साथ कनखल से हर की पौड़ी की ओर करेगा रुख समय 9 : 30.
- उसके बाद तीनों बैरागी अखाड़े श्री निर्मोही अणी, दिगंबर अणी, निर्वाणी अणी 10:30 बजे अपने हाथों से चलकर हर की पौड़ी पहुंचेंगे
- उसके बाद श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा 12:00 बजे अपने अखाड़े से हर की पौड़ी की ओर रुक करेगा
- जिसके बाद बाद श्री पंचायती नया उदासीन लगभग 2:30 बजे अपने अखाड़े की हर की पौड़ी पौड़ी की रुख करेगा.
- उसके बाद आखिर में श्री निर्मल अखाड़ा लगभग 3:00 के करीब अपने अखाड़े से हर की पौड़ी की ओर रूख करेगा.