उत्तराखंड के वन मंत्री हरक सिंह रावत एक बार फिर से पूरे एक्शन में नजर आ रहे हैं. हरक सिंह रावत ने स्थानीय लोगों की शिकायत पर वित्तीय अनियमितताओं को देखते हुए सहायक वन संरक्षक कोमल सिंह को प्रभारी उप निदेशक गोविंद वन्य पशु विहार के पद से हटाते हुए उन्हें जैव विविधता बोर्ड में अटैच कर दिया है. साथ ही इस मामले की जांच पीसीसीएफ रंजन कुमार मिश्र को सौंप दी है. वहीं नरेन्द्र नगर के सहायक वन संरक्षक देवी प्रसाद बलूनी को उनके स्थान पर उप निदेशक बनाया गया है. गोविन्द वन्य जीव विहार के उप निदेशक कोमल सिंह के खिलाफ जन प्रतिनिधियों ने निर्माण कार्यों में भारी अनियमिताओ के आरोप लगाए थे. विगत दिनों क्षेत्र भ्रमण पर आए मुख्यमंत्री के प्रमुख सलाहकार डा0आरबीएस रावत को भी ज्ञापन देकर कोमल सिंह का तबादला करने व सभी कार्यों की निष्पक्ष जांच करने की मांग की गई थी. जन प्रतिनिधियों ने सांकरी रेंज में विगत तीन, चार वर्षों में किए गए कार्यों की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग भी की थी।
भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उप निदेशक का शीघ्र तबादला करने के साथ ही सांकरी रेंज में गत चार वर्षों में राज्य योजना, कैम्पा,पर्यटन, एसपीएआर,दैवी आपदा सहित केंद्र पोषित योजनाओं के तहत किए गए कार्यों की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की थी. इस मामले में प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखंड राजीव भरतरी ने अपर प्रमुख वन संरक्षक (प्रशासन) वन्य जीव सुरक्षा एवं आसूचना रंजन कुमार मिश्र को जांच सौंपी थी. रंजन मिश्र ने 22जून को सांकरी पहुंच कर मामले की जांच की थी। सचिव प्रभारी वन विभाग विजय कुमार यादव ने आदेश जारी कर कोमल सिंह का उत्तराखंड जैव विविधता बोर्ड देहरादून तबादला कर दिया है।