23.4 C
Dehradun
Friday, August 22, 2025


spot_img

ISRO चंद्रयान-2 मिशन की बड़ी उपलब्धि, चांद पर पानी की मौजूदगी के मिले प्रमाण

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान परिषद के चंद्रयान-2 मिशन के ऑर्बिटर की मदद से चांद की नई जानकारियां लगातार सामने आ रही हैं। अब पता चला है कि चांद की सतह पर हाइड्रॉक्सिल और वाटर मॉलिक्यूल्स (पानी के अणु) मौजूद हैं। वैज्ञानिकों ने चांद की खनिज सरंचना को समझने के लिए ऑर्बिटर के इमेजिंग इंफ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर से मिले आंकड़ों का अध्ययन किया। इससे चांद की सतह पर पानी मौजूद होने के संकेत सामने आए हैं।

आपको बता दें कि चंद्रयान-2 मिशन को जुलाई, 2019 में लॉन्च किया गया था। यह भारत की चांद की सतह पर उतरने की पहली कोशिश थी। इसके तहत एक ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर को भेजा गया था लेकिन लैंडिंग से कुछ सेकंड पहले लैंडर का कंट्रोल रूम से संपर्क टूट गया था, जिसके बाद उससे संपर्क की सारी कोशिशें बेकार हुई। भले ही भारत चांद की सतह पर नहीं उतर पाया। लेकिन उसने कई ऐसी उपलब्धियां हासिल कर लीं जो आगामी मिशन में सहायता करेंगी। अब ऑर्बिटर नई खोजों की ओर अग्रसर है जो वर्तमान में चंद्रमा की परिक्रमा कर रहा है। ऑर्बिटर से चांद की सतह पर हाइड्रॉक्सिल और पानी के अणुओं का पता चला है।

करंट साइंस जर्नल में प्रकाशित रिसर्च में बताया गया है कि चांद की सभी प्रकार की सतहों पर हाइड्रेशन एब्जोर्पशन पाया गया है। रिसर्चर ने बताया कि आंकड़ों की शुरुआती समीक्षा में चांद की सतह पर हाइड्रेशन का पता चलता है और 29 डिग्री नॉर्थ से लेकर 62 डिग्री नॉर्थ के बीच स्पष्ट तौर पर हाइड्रोक्सिल (OH) और पानी (H2O) के संकेत मिले हैं। जिस क्षेत्र में सूरज की रोशनी पड़ती है, वहां ऐसे ज्यादा संकेत मिले हैं।

देहरादून स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग के वैज्ञानिकों ने बताया कि स्पेस वेदरिंग की वजह से चांद पर हाइड्रोक्सिल और पानी मौजूद हो सकते हैं। स्पेस वेदरिंग उस प्रक्रिया को कहते हैं, जब सौर हवाएं चांद की सतह के साथ टकराती हैं। इसके साथ कुछ अन्य कारकों की वजह से केमिकल चेंज होते हैं, जो हाइड्रोक्सिल बनने का कारण हो सकते हैं। वैज्ञानिकों ने इस जानकारी को बेहद अहम माना है।

spot_img

Related Articles

Latest Articles

पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति से की बातचीत; यूक्रेन संघर्ष समेत विभिन्न मुद्दों...

0
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फोन पर बातचीत की है। दोनों देशों के राष्ट्रध्यक्षों के बीच ये...

दो साल में 29 परियोजनाएं स्वीकृत, बुनियादी ढांचा विकास समेत पर्यावरण पर भी सरकार...

0
नई दिल्ली: पर्यावरण राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि पर्यावरण मंत्रालय ने पिछले दो...

उत्तरकाशी में अब सयानाचट्टी में बिगड़े हालात, पूरा क्षेत्र पानी में डूबा

0
उत्तरकाशी: उत्तरकाशी में एक बार फिर कुदरत का कहर बरपा है। पहले धराली और अब स्यानाचट्टी। यहां कुपड़ा खड्ड में मलबा और बड़े पत्थर...

फैटी लिवर बढ़ा सकता है लिवर कैंसर का खतरा

0
नई दिल्ली: फैटी लिवर की समस्या को अगर समय रहते कंट्रोल न किया जाए तो यह सिरोसिस और आगे चलकर लिवर कैंसर तक का...

ऋषिकेश में बिजली लाइनों को भूमिगत करने को केंद्र ने दी 547.73 करोड़ रु...

0
देहरादून। केंद्र सरकार ने आर.डी.एस.एस. योजना के अंतर्गत यूपीसीएल को ऋषिकेश में एच.टी./एल.टी. लाइनों के भूमिगत करने तथा एससीएडीए ऑटोमेशन हेतु 547.73 करोड़ रु...