देहरादून: त्योहारों के सीजन के आते ही उत्तराखंड के अनेकों जिलों में खाद्य सुरक्षा विभाग एक्टिव हो जाता है। मिठाई से लेकर नवरात्रों में इस्तेमाल किए जाने वाले कुट्टू के आटे को लेकर इस बार भी कई जगह से खबरे आ रही हैं। जिनमें लोग इसका सेवन करने से बीमार हो रहे हैं। इस बीच देहरादून में दूध की गुणवत्ता का बड़ा मामला सामने आया है। स्टैंडर्ड से कम गुणवत्ता वाला दूध पाए जाने पर 20 व्यापारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
दरअसल देहरादून में बीते कुछ समय से दूध व इससे बने उत्पाद गुणवत्ता के लिहाज से सवालों के घेरे में खड़े हो रहे थे। आगामी त्योहारों को देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग ने कुछ खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए थे। इनमें अधिकतर में दूध व दुग्ध पदार्थ अधोमानक (सब स्टैंडर्ड) पाए गए। जिसके बाद बवाल हो गया है।
गुणवत्ता के लिहाज से दूध व इससे बने उत्पादों के सैंपल फेल हो गए हैं। ऐसे में विभाग ने कार्रवाई करते हुए 20 व्यापारियों के खिलाफ सक्षम न्यायालय में मुकदमा दर्ज कराया है। बता दें कि हाल ही में ऋषिकेश में रायवाला थाना क्षेत्र के हरिपुर कलां में कुट्टू का आटा खाने के बाद अलग-अलग परिवारों के 30 लोगों, हरिद्वार में 20 लोगों की तथा रुड़की में भी एक गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी।
बहरहाल जिला खाद्य संरक्षा अधिकारी पीसी जोशी ने जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि जो सैंपल फेल हुए हैं, उनमें से सात देहरादून नगर निगम क्षेत्र, पांच देहरादून ग्रामीण व मसूरी, पांच विकासनगर व तीन ऋषिकेश के हैं। आगे की कार्रवाई न्यायालय के आदेश पर की जाएगी। उन्होंने कहा कि त्याहारों के मद्देनजर सैंपलिंग ( क्विक रेस्पांस टीम द्वारा) जारी रहेगी।