उत्तराखंड के भारत तिब्बत सीमा से सटे सीमांत क्षेत्र मलारी सुमना में ग्लेशियर टूटने की खबर आई है. बताया जा रहा है कि आज दोपहर में सुमना इलाके में ग्लेसियर टूटा है इस सीमा क्षेत्र में सीमा सड़क संगठन की पोस्ट व इसके आसपास आइटीबीपी की पोस्ट तैनात रहती है. मोबाइल व टेलीफोन नेटवर्क कटने के कारण सीमांत क्षेत्र में संपर्क नहीं हो पा रहा है. ग्लेशियर टूटने के कारण किस प्रकार का क्षेत्र में नुकसान हुआ होगा इसका अभी तक पता नहीं लग पा रहा है. संपर्क करने पर पता चला है कि बीआरओ के कमांडर व अन्य अधिकारी सीमावर्ती इलाके के लिए प्रस्थान कर चुके हैं.
ये इलाका सामरिक दृष्टि से भारत के लिये बेहद महत्वपूर्ण है. 1962 भारत चीन युद्ध के दौरान चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने यहां पर हमला कर भारत की स्पेशल प्रोटेक्शन फोर्स (उस वक्त आईटीबीपी नहीं बनी थी) पर हमला कर इस इलाके को कब्जा लिया था. लेकिन जब तक भारत की सेना यहां तक पहुंचती, तब तक चीनी सेना यहां से चीन की ही तरफ दूसरी दिशा की ओर मुड़ गई. भारतीय सेना ने फिर से इस पोस्ट पर कब्जा कर लिया. चीन आज भी इस पूरे इलाको को अपना मानता है और अपने नक्शे में इसे अपना क्षेत्र बताता रहा है.