देहरादून: नवरात्र, दीपावली पर्व के नजदीक आते देख आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन उत्तराखंड ने मिलावट के खिलाफ अभियान तेज किए जाने के निर्देश दिए हैं। अभियान में मोबाइल टेस्टिंग लैब का इस्तेमाल किया जाएगा। हर महीने 500 सैंपल लिए जाएंगे। लिए जाने वाले सैंपल की सर्विलांच जांच कराई जाएगी। सचिव स्वास्थ्य व आयुक्त औषधि प्रशासन डॉ. आर राजेश कुमार ने खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए।
कहा कि मिलावट की संभावना को देखते हुए पहले से ही विभागीय कार्य योजना तैयार की जा रही है। इसमें सर्विलांस नमूने जुटाए जाएंगे। विधिक नमूनों का कलेक्शन करने के साथ ही तत्काल जांच कराई जाएगी। खाद्य प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया जाएगा। मोबाइल फूड टेस्टिंग के माध्यम से खाद्य पदार्थों की जांच और उपभोक्ताओं को घरेलू तरीकों से मिलावट की जांच के संबंध में जागरूक भी किया जाएगा।
एफएसएसएआई केंद्र सरकार के निर्देशानुसार राज्य के लिए वर्ष 2023-24 और वर्ष 2024-25 को तैयार किए गए वार्षिक सर्विलांस प्लॉन के तहत कार्रवाई की जाएगी। हर महीने 500 फूड सैंम्पल जांच को भेजे जाएंगे। इन नमूनों के कलेक्शन में एकरूपता को ध्यान में रखते हुए प्लॉन में प्रथम चरण में अक्तूबर से दिसंबर 2023 तक सर्विलांस में दूध, दुग्ध पदार्थ, मसाले, खाद्य तेल और मिठाइयों आदि खाद्य पदार्थों के नमूनों की जांच होगी।आयुक्त आर राजेश कुमार ने बताया कि मुख्यालय स्तर से गठित विशेष टीम ने पिछले महीने हरिद्वार में दुग्ध उत्पादों की जांच को पनीर के दो सैंपल लिए गए।