चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ एसडीएम के अनुसार लोकपाल हेमकुंड क्षेत्र आरक्षित वन क्षेत्र में आता है व यह फूलों की घाटी नेशनल पार्क का हिस्सा है इसलिए पर्यटक वन विभाग से अनुमति लेकर लोकपाल हेमकुंड क्षेत्र में आ-जा सकते हैं, लेकिन किसी भी यात्री को हेमकुंड गुरुद्वारा मे आने जाने की अनुमति नहीं है। प्रशासन ने अपना रूख स्पष्ट करते हुए कहा कि जिन पर्यटकों व स्थानीय लोगों को वन विभाग लोकपाल हेमकुंड जाने की अनुमति देगा उन्हें प्रशासन नहीं रोकेगा। उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी ने कहा कि लोकपाल हेमकुंड क्षेत्र आरक्षित वन क्षेत्र है व फूलों की घाटी का हिस्सा है इस लिए वहां जाने की अनुमति मात्र वन विभाग देगा। कहा कि जिन्हें अनुमति मिलती है उन्हें कोरोना गाईडलाइन का अनुपालन करना आवश्यक होगा। उपजिलाधिकारी ने बताया कि गुरुद्वारा हेमकुंड की यात्रा हेमकुंड ट्रस्ट द्वारा अभी तक नहीं खोली गई है इसलिए लोकपाल हेमकुंड जाने वाले पर्यटक हेमकुंड गुरूद्वारे के आस पास नही जा सकेंगे व न ही गुरूद्वारे को छू सकेंगे।
ये भी पढें:बड़ी खबर: मारा गया पुलवामा हमले में शामिल जैश का टॉप आतंकीधिकारी कुमकुम जोशी ने कहा कि लोकपाल हेमकुंड क्षेत्र आरक्षित वन क्षेत्र है व फूलों की घाटी का हिस्सा है इस लिए वहां जाने की अनुमति
इस मसले पर डीएफओ एनबी शर्मा का कहना है कि जो भी पर्यटक या स्थानीय निवासी कोरोना का अनुपालन करते हुए लोकपाल हेमकुंड क्षेत्र में फूलों का दीदार करने जाना चाहेगा उसे हमारा घांगरिया स्थित स्टाफ अनुमति देगा। इसके लिए मैंने घांगरिया में अपने स्टाफ को बोल दिया है। लेकिन इस क्षेत्र में जाने वाले पर्यटक को वन विभाग को आश्वस्त करना होगा की वह गुरुद्वारा हेमकुंड के आस पास नहीं जायेगा। वही भ्यूंडार घाटी इको डेवलपमेंट कमेटी के अध्यक्ष चंद्रशेखर चौहान ने कहा कि ईडीसी भ्यूंडार घाटी द्वारा प्रशासन और वन विभाग के साथ हर संभव सहयोग किया जा रहा है । कोरोना संक्रमण का प्रभाव पूरे देश के साथ ही प्रदेश और फूलों की घाटी क्षेत्र पर भी पड़ा है जिससे हेमकुंड साहिब यात्रा भी प्रभावित हुई है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि अब नई SoP जारी होने के बाद ज्यादा तादाद में पर्यटक कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए आएंगे।