इंडियन मिलिट्री एकेडमी में पासिंग आउट परेड में अंतिम पग पार करने के बाद 341 युवा अफसरों की टोली भारतीय सेना का अभिन्न हिस्सा बन गई. ऐतिहासिक चेटवुड बिल्डिंग के सामने ड्रिल स्क्वायर पर परेड शुरू हुई. सेना के दक्षिण-पश्चिमी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग ले. जनरल आरपी सिंह ने बतौर रिव्यूइंग ऑफिसर परेड का निरीक्षण कर पास जेंटलमैन कैडेट्स से सलामी ली. कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस बार भी परेड सादगी से आयोजित हुई.
शनिवार सुबह 7 बजकर 57 मिनट पर मार्कर्स कॉल के साथ परेड का आगाज हुआ. कंपनी सार्जेट मेजर जयदीप सिंह, शिवजीत सिंह संधु, पीडी शेरपा, राहुल थापा, सक्षम गोस्वामी व जीतेंद्र सिंह शेखावत ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली. 8 बजकर 01 मिनट पर एडवांस कॉल के साथ ही छाती ताने देश के भावी कर्णधार असीम हिम्मत और हौसले के साथ कदम बढ़ाते परेड के लिए पहुंचे. इसके बाद परेड कमांडर दीपक सिंह ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली. कैडेट्स के शानदार मार्चपास्ट से दर्शक दीर्घा में बैठा हर एक शख्स मंत्रमुग्ध हो गया.
ले जनरल सिंह ने कैडेटों को ओवरऑल बेस्ट परफॉर्मेंस व अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा. मुकेश कुमार को स्वार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया, जबकि दीपक सिंह को स्वर्ण, मुकेश कुमार को रजत व लवनीत सिंह को कांस्य पदक मिला. दक्ष कुमार पंत ने सिल्वर मेडल (टीजी) हासिल किया. किन्ले नोरबू सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट चुने गए. चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ बैनर डोगराई कंपनी को मिला. इस दौरान आइएमए कमान्डेंट ले जनरल हरिंदर सिंह,डिप्टी कमान्डेंट मेजर जनरल जगजीत सिंह मंगत समेत कई सैन्य अधिकारी मौजूद थे.