उत्तराखंड के शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने शुक्रवार को विधिवत चार्ज संभाल लिया है. नए शिक्षा महानिदेशक ने पहले दिन अधिकारियों से बैठक करते हुए सरकार की प्राथमिकताओं के साथ शिक्षा की गुणवत्ता और आधारभूत सुविधाओं पर ध्यान देने के निर्देश दिए. इसके साथ ही समय बद्ध तरीक़े से काम करने के निर्देश दिए. महानिदेशक ने साफ कहा कि किसी भी स्तर पर सूचनाओं के आदान प्रदान में कोताही न बरती जाए. तिवारी ने कहा कि बच्चों के भविष्य को मज़बूत करना है तो स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं को सबसे पहले ठीक करना होगा. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर स्कूल में शौचालय और पेयजल की व्यवस्था हो इसके लिए तत्काल काम शुरू किया जाए. नए शिक्षा महानिदेशक ने कहा कि उनका लक्ष्य है कि अगले कुछ महीनों में सभी स्कूलों में शौचालय बन जाए या जहां मरम्मत की आवश्यकता हो उसे अगले कुछ दिनों में करवा लिया जाये. जिसके लिए बजट की व्यवस्था लघुमरम्मत के मद से की जाए. इतना ही नहीं डीजी ने जल जीवन मिशन के तहत पेय जल आपूर्ति सूचार करने के निर्देश दिए.
गौरतलब है कि गुरुवार को ही शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कार्यभार ग्रहण किया. इस दौरान तिवारी ने पहले महानिदेशक और बाद में समग्र शिक्षा का चार्ज संभाला। इसके बाद शिक्षा निदेशक बेसिक, माध्यमिक, उप निदेशक समेत अन्य अधिकारियों की बैठक ली. इसके अलावा शिक्षकों की स्थिति के बारे में भी अधीनस्थों से जानकारी ली. उन्होंने साफ कहा कि स्कूलों को आदर्श बनाने में शिक्षकों की अहम भूमिका है. ऐसे में शिक्षक जिम्मेदारी के साथ आदर्श शिक्षक की जिम्मेदारी निभाएं. उन्होंने समग्र शिक्षा के तहत संचालित कार्यक्रमों की जानकारी ली और इसमें तेजी लाने के निर्देश दिए. नए डीजी के आने के बाद महानिदेशालय में खासी चहल पहल दिखी. आपको बता दें कि लम्बे समय बाद शिक्षा विभाग को एक सुलझे, अनुभवी एवं आम लोगों की समस्याओं से वाकिफ अफसर मिले हैं. लिहाजा अब सरकारी शिक्षा में कुछ परिवर्तन देखने को मिलेगा.