देहरादून: ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग बन्द होने से देवप्रयाग क्षेत्र वासियों की काफी मुश्किलें बढ़ गयी हैं। राजमार्ग बाधित होने की स्थिति में पूरा क्षेत्र फिलहाल अलग थलग पड़ गया है। बारिशे से गंगोत्री राजमार्ग व बदरीनाथ राजमार्ग बन्द होने से देवप्रयाग व उससे लगे पौड़ी व भरपूर पट्टी क्षेत्र की जनता को ऋषिकेश जाने के लिए मसूरी से होकर जाने की मजबूरी बन गयी है। जिला प्रशासन टिहरी की ओर से बदरीनाथ राजमार्ग को तपोवन से मलेथा तक बन्द किये जाने के बाद देवप्रयाग क्षेत्र वासियों के सामने वैकल्पिक यातायात की विकट समस्या बन गयी है।
अभी तक गजा- खाडी-नरेंद्रनगर होकर क्षेत्रवासी ऋषिकेश, देहरादून तक पहुंचते थे। मगर प्रशासन की ओर से इस मार्ग को भी भिन्नु गांव में सड़क के पूरी तरह ध्वस्त होने के बाद यातायात के लिए बन्द कर दिया गया है। देवप्रयाग होकर पौडी क्षेत्र से जाने वाले लोगों की मुश्किलें तो और बढ़ गयी हैं। वहीं तोताघाटी से देवप्रयाग तक के 25 किमी क्षेत्र के लोगो को तो समझ नही आ रहा कि वह महज 40 से 50 किमी दूर ऋषिकेश के लिए लंबे वैकल्पिक मार्ग से जाए या पैदल ही चल पड़े।
देवप्रयाग से गजा, खाडी, चम्बा, कद्दूखाल, सुरकंडा, धनोल्टी, मसूरी, देहरादून से नेपाली फार्म होकर ऋषिकेश का सफर करीब 220 से 270 किमी तक पड़ रहा है। जो कि तीन गुना अधिक सफर है। क्षेत्रवासी मोतीलाल कोटियाल ने बताया कि वह अन्य बारह लोगों के साथ देवप्रयाग से इस मार्ग होकर दोपहर में निकले थे। करीब चार घण्टे जाम में फसे होने पर वह करीब 11 बजे रात ऋषिकेश पहुंचे।
11 घण्टे के सफर में कई लोगो का स्वास्थ्य भी यहां प्रभावित हुआ। उधर इस मार्ग से निजी चालक काफी भारी किराया लेकर ही जाने को तैयार हो रहे है।राजमार्ग बंद होने का सबसे अधिक खामियाजा गरीब व बीमार लोगों की भरना पड़ रहा है। जो ऋषिकेश जाने के लिए 120 के बजाय कई गुना किराया भरने को मजबूर हैं व कई घंटे का कष्ट भरा सफर करने की मजबूर हैं।