चंपावत: पहाड़ों में गांव जरूर छोटे होते हैं। लेकिन प्रतिभाओं के रूप बहुत बड़े होते हैं। पवनदीप राजन एक बहुत बड़ा उदाहरण हैं। चंपावत के पवनदीप राजन ने यूं तो इंडियन आइडल के फाइनल से पहले तक भी पूरे भारत के दिलों को जीत लिया था। मगर ट्रॉफी जीतकर पवनदीप ने गांव वासियों के लिए भी नए रास्ते खोले हैं।
दरअसल पवनदीप राजन के जीतने के बाद उनके गांव वासियों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। पंजाब नेशनल बैंक ने पवनदीप के गांव चौकी को गोद ले लिया है। बैंक की कुमाऊं मंडल की प्रबंधक सरिता सिंह ने गांव पहुंचकर ये घोषणा की।
वॉयस ऑफ इंडिया के बाद अब इंडियन आइडल जीतने वाले पवनदीप राजन का परिवार लंबे समय से चोकी गांव में ही रहता है। गांव को हालत को बेहतर करने के लिए जरूर पीएनबी आगे आया है। मगर इसके पीछे पवनदीप की सफलता छिपी हुई है। प्रबंधक सरिता सिंह ने गांव पहुंचकर घोषणा करने के दौरान कहा कि गांव का वित्तीय समावेशन, आसानी से ऋण देने के साथ कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के तहत यहां के आधारभूत ढांचे को सुधारने में मददगार बनेगा।
इस दौरान मंडलीय प्रबंधक ने पवनदीप के पिता लोकगायक सुरेश राजन और मां सरस्वती देवी से भी मुलाकात की। साथ ही उनसे क्षेत्र में सांस्कृतिक प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने में सहयोग मांगा।
केवल तीन साल की उम्र में संगीत को अपने जीवन में उतारने वाले पवनदीप के बारे में हर कोई बात कर रहा है। पहले दिन से वह जजों के फेवरेट रहे थे। विजेता का नाम सामने आने से पहले ही उन्हें स्टार घोषित कर दिया था। पवनदीप गाना गाने के अलावा म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट भी बजाते हैं। खिताब जीतने के बाद पवनदीप अपने गांव में संगीत कॉलेज खोलना चाहते हैं। इंडियन आइडल का खिताब जीतने पर उन्हें 25 लाख रुपए और एक कार इनाम के रूप में मिली है।