नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव परिणाम को भाजपा के खिलाफ बताते हुए हमलावर कांग्रेस को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आइना दिखाया। आंकड़ों के साथ कांग्रेस की हार को ऐतिहासिक बताते हुए उन्होंने कहा कि फर्जी जीत का जश्न मनाने के बजाय उसे आत्ममंथन करना चाहिए।
कांग्रेस पर देश में अराजकता फैलाने की साजिश करने के साथ ही उन्होंने राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष के रूप में सोमवार के व्यवहार को संसदीय लोकतंत्र के लिए खतरा बताया। राहुल गांधी की हरकतों को नेक नहीं बताते हुए उन्होंने साफ किया कि इसे ”बालकबुद्धि” मानकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
एक दिन पहले ही राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर तीखा हमला किया था और व्यक्तिगत आरोप लगाए थे। यह माना जा रहा था कि मंगलवार को प्रधानमंत्री करारा पलटवार करेंगे। कांग्रेस की लगातार तीसरी बार 100 के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाने को ऐतिहासिक बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी कहा कि जनादेश स्पष्ट रूप से उसके विपक्ष में बैठने के लिए है। लेकिन लगातार तीसरी बार हार पर आत्ममंथन करने और जनादेश को ईमानदारी से स्वीकार करने के बजाय कांग्रेस और उसका इको सिस्टम ”फर्जी जीत” का जश्न मना रहा है।
राहुल गांधी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने छोटे बच्चे का किस्सा सुनाया और कहा कि आजकल बच्चे के मन को बहलाने का काम चल रहा है। उन्होंने शोले फिल्म में मौसी के सामने जय की वीरू की तारीफ का उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता पार्टी के खराब प्रदर्शन को भी महिमामंडित करने की कोशिश में जुटे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा के 240 और राजग के 293 सीटों के साथ लगातार तीसरी बार जीत को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि कांग्रेस 1984 के बाद कभी भी 250 तक नहीं पहुंच पाई है। 99 सीटें जीतने पर जश्न को 99 का चक्कर बताते हुए उन्होंने कहा कि यह नंबर 100 में नहीं बल्कि 543 अंकों की परीक्षा में आया है।
राहुल गांधी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि बालकबुद्धि को कौन समझाए कि तूने फेल होने का वर्ल्ड रिकार्ड बना दिया है। लोग समझ गए हैं कि तुमसे न हो पाएगा। ” प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को मिली सीटों का श्रेय उसके सहयोगी दलों को देते हुए कहा कि देश में छह दशक तक शासन करने वाली पार्टी पूरी तरह से परजीवी बन गई है, जो अपने सहयोगी दलों के सहारे पर जीती है। उनके अनुसार भाजपा के सीधे मुकाबले में कांग्रेस स्ट्राइक रेट सिर्फ 26 फीसद रहा, वहीं सहयोगी के जूनियर पार्टनर के रूप में लड़ने वाली सीटों पर स्ट्राइक रेट 50 फीसद पहुंच गया है।
प्रधानमंत्री के अनुसार ये सीटें भी झूठ और अफवाह के सहारे जीती गई हैं। महिलाओं के खाते में 8,500 रुपये हर महीने खटाखट आने के राहुल गांधी के चुनाव के दौरान किये वायदे पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक जुलाई को देश में खटाखट दिवस मनाया गया, जब इस पैसे के लिए अपना बैंक अकाउंट चेक रही थी। उन्होंने कहा कि माताओं बहनों के दिलों को चोट पहुंचाने का श्राप कांग्रेस की तबाही का कारण बनेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर देश में अराजकता और भय का माहौल बनाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चार जून को पूरे देश में आग लग जाने की धमकी दी गई। ईवीएम और लोकतांत्रिक संस्थाओं पर सवाल उठाकर पूरी चुनावी प्रणाली की विश्वनीयता को संदेह के घेर में खड़ा करने की साजिश रची गई।
उन्होंने कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश जैसे कांग्रेस शासित राज्यों की इशारा करते हुए कहा कि इन राज्यों में आर्थिक नीतियां आर्थिक अराजकता की दिशा में ले जाने वाली है और कांग्रेस इन राज्यों पर देश पर आर्थिक बोझ बनाना चाहती है। कांग्रेस में मुंह को झूठ का खून लग गया है इसीलिए अलग अलग तरह से लोगों को भरमाने की कोशिश होती है।विपक्ष के शोरशराबे और नारेबाजी के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने साफ दिया कि ”न तो मोदी डरने वाला है”और ” न ही सरकार डरने वाली है।” उनके अनुसार 70 सालों से कांग्रेस द्वारा पोषित इको सिस्टम 2014 के बाद से ही उनकी सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार और झूठ फैलाने की साजिश कर रहा है। अब यह इको सिस्टम भारत की विकास यात्रा को रोकने की कोशिश करने लगा है। इस इको सिस्टम को चेतावनी देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अब ”उसकी हर साजिश का जवाब उसी की भाषा में मिलेगा” और देश विरोधी साजिशों को कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा।