22.3 C
Dehradun
Tuesday, April 22, 2025

यूरोपीय देश में राष्ट्रपति मुर्मू की भारतीयों से मुलाकात; विवि में मानद उपाधि भी मिली


नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बृहस्पतिवार को स्लोवाकिया के नित्रा में टाटा मोटर्स के जगुआर लैंड रोवर प्लांट का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने भारतीय कर्मचारियों से भी मुलाकात की। जेएलआर प्लांट में 200 भारतीय कर्मचारी काम करते हैं। इसके अलावा उन्होंने रामायण का कठपुतली शो भी देखा और स्लोवाकिया के बच्चों की पेंटिंग्स की प्रतियोगिता का अवलोकन भी किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बृस्पतिवार को स्लोवाकिया के नित्रा में टाटा मोटर्स के जगुआर लैंड रोवर (JLR) संयंत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने लैंड रोवर डिफेंडर इकाई के रोलआउट को भी देखा। उन्होंने संयंत्र में कार्यरत भारतीय कर्मचारियों से भी मुलाकात की। भारतीय कर्मचारी राष्ट्रपति से मिलने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। इसके अलावा, स्लोवाकिया में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को कॉन्स्टेंटाइन द फिलॉसफर यूनिवर्सिटी से मानद उपाधि भी दी गई।
स्लोवाकिया में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को कॉन्स्टेंटाइन द फिलॉसफर यूनिवर्सिटी से मानद उपाधि भी दी गई। उपाधि स्वीकार करने के बाद उन्होंने कहा, ‘मैं ऐतिहासिक शहर नित्रा में आकर और कॉन्स्टेंटाइन द फिलॉसफर यूनिवर्सिटी से यह प्रतिष्ठित मानद डॉक्टरेट प्राप्त करके बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूं। यह एक ऐसा सम्मान है जो उस देश और सभ्यता को दिया जा रहा है जो अनादि काल से शांति और शिक्षा का प्रतीक रहा है।
उन्होंने ब्रातिस्लावा में स्लोवाकिया-भारत व्यापार मंच को भी संबोधित किया। राष्ट्रपति ने कहा कि स्लोवाकिया-भारत व्यापार मंच तालमेल तलाशने और पारस्परिक रूप से लाभकारी साझेदारी बनाने के लिए एक उत्कृष्ट मंच के रूप में कार्य करता है। उन्होंने व्यापार जगत के नेताओं से अवसरों का लाभ उठाने और इन्हें ठोस परिणामों में बदलने का आग्रह किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ब्रातिस्लावा में स्लोवाक समूह द्वारा आयोजित रामायण का कठपुतली शो भी देखा। इसका आयोजन लेनका प्रेसोव के मार्गदर्शन में किया गया। लेनका बाबादलो कठपुतली थियेटर का हिस्सा हैं, जो 30 वर्षों से कठपुतली के माध्यम से बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्लोवाकिया के बच्चों की पेंटिंग्स की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। स्लोवाक-भारतीय मैत्री सोसायटी, भारतीय दूतावास के सहयोग से, वर्ष 2015 से ऐसे आयोजन किए जा रहे हैं। ‘परियों की कहानियों में छिपी सुंदरता- स्लोवाक बच्चों की नजर से भारत’ शीर्षक से इस पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और स्लोवाकिया के समकक्ष पीटर पेलेग्रिनी ने संयुक्त रूप से लिंडेन का पौधा भी लगाया। नित्रा के सिहोट पर सिटी पार्क में स्लोवाकिया का यह राष्ट्रीय वृक्ष लगाया गया। नित्रा के मेयर मारेक हट्टास भी मौजूद रहे। राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्रपति पेलेग्रिनी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खास पहल एक पेड़ मां के नाम (Ek Ped Maa Ke Naam) के बारे में भी जानकारी दी। यह एक अभिनव जलवायु संरक्षण अभियान है जो जीवन में मां की भूमिका को रेखांकित करता है और धरती को स्वस्थ रखने में भी योगदान देता है। राष्ट्रपति पेलेग्रिनी ने कहा कि स्लोवाकिया भी इसी तरह की पहल कर सकता है।
राष्ट्रपति मुर्मू बुधवार को दो देशों के राजकीय दौरे के दूसरे चरण में स्लोवाकिया पहुंचीं। वह स्लोवाकिया का दौरा करने वाली भारत की दूसरी राष्ट्रपति बन गई हैं। 29 साल बाद यह पहला मौका है, जब कोई भारतीय राष्ट्रपति स्लोवाकिया आया है। इससे पहले राष्ट्रपति मुर्मू ने पुर्तगाल का दौरा किया। जेएलआर की प्रवक्ता स्लोवाकिया कैटरीना चेलेबोवा राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा संयंत्र का दौरा करने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि जेएलआर स्लोवाकिया नाइट्रा प्लांट भारत की ओर से स्लोवाकिया में सबसे बड़ा निवेश है। उन्होंने बताया कि अब हम इलेक्ट्रिक वाहन बनाने की योजना पर काम कर रहे हैं। इस दशक के अंत तक प्रत्येक जेएलआर मॉडल से कम से कम एक इलेक्ट्रिक वाहन तैयार करने की योजना है। टाटा मोटर्स का जेएलआर संयंत्र स्लोवाकिया के नित्रा में अक्तूबर 2018 में शुरू हुआ था। इस संयंत्र की उत्पादन क्षमता हर 1,50,000 वाहन बनाने की है। इस संयंत्र में 4,400 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। इनमें 3,300 स्लोवाक, 800 यूक्रेनियन और 200 भारतीय कर्मचारी हैं। इस संयंत्र में लैंड रोवर डिस्कवरी और लैंड रोवर डिफेंडर का निर्माण किया जाता है और दुनियाभर में निर्यात किया जाता है। प्लांट स्थापना के बाद से अब तक 5,30,000 डिफेंडर और डिस्कवरी वाहनों का निर्माण किया जा चुका है।
नित्रा में प्लांट स्थापित करने से पहले जेएलआर ने यूरोप और उत्तरी अमेरिका में कई स्थानों का मूल्यांकन किया था। जिसके बाद नित्रा में प्लांट की स्थापना की गई। स्लोवार सरकार ने 125 मिलियन यूरो की सहायता के साथ निवेश का समर्थन किया। जेएलआर का नित्रा प्लांट 300,000 वर्ग मीटर में फैला है। यह स्लोवाकिया में एल्युमीनियम निर्माण और इंजीनियरिंग विशेषज्ञता के मामले में सबसे आगे है। 

spot_img

Related Articles

spot_img

Latest Articles

‘पीएम मोदी से मिलना मेरे लिए सम्मान, वे महान नेता’: अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस

0
नई दिल्ली: अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अपनी पहली आधिकारिक भारत यात्रा पर हैं। यहां आज उन्होंने सबसे पहले अक्षरधाम मंदिर में जाकर दर्शन किए।...

यूपी में 11 डीएम समेत 33 आईएएस बदले, शिशिर की जगह विशाल सिंह नए...

0
लखनऊ: प्रदेश सरकार ने सोमवार की देर रात 33 आईएएस अफसरों का तबादला कर दिया। इनमें वाराणसी, हापुड़, आजमगढ़, बरेली, अंबेडकरनगर, गाजीपुर, झांसी, महोबा,...

बांस कपड़ा उत्पादन के लिए एक आदर्श संसाधन : केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह

0
देहरादून : केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने 20 से 21 अप्रैलको वन अनुसंधान संस्थान का दौरा किया। उन्होंने 21 अप्रैल, 2025 को वन...

राजकीय विद्यालयों में 80 हजार छात्र-छात्राओं ने लिया दाखिला

0
देहरादून : सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेशभर के राजकीय विद्यालयों में 01 अप्रैल से लेकर 21...

होम स्टे बन रहे हैं लोगों की आजीविका के प्रमुख साधन: CM

0
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में मुख्य सेवक संवाद के तहत ‘‘गाँव से ग्लोबल तक...