दिल्ली समेत पूरे उतर भारत में घने कोहरे के साथ कड़ाके की ठंड में सर्दी का सितम जारी है। सुबह के समय कोहरे के चलते दृश्यता बेहद कम रहती है। विजिब्लिटी क्लियर नहीं होने के चलते 70 से अधिक फ्लाइट लेट हुई हैं। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा के ज्यादातर क्षेत्रों में सुबह घना कोहरा छाया रहता है। इस वजह से रेल संचालन भी प्रभावित हो गया है।
पारा बढ़ने के बाद भी ठंड से नहीं मिल रही राहत
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में मंगलवार सुबह भी घना कोहरा छाया रहा। इससे दृश्यता घटकर 50 मीटर रह गई और सड़क, रेल और हवाई यातायात प्रभावित हुआ। सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 3.8 सोमवार के मुकाबले 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि पारा कुछ बढ़ा है लेकिन इसके बावजूद ठंड से राहत नहीं है। इसके पीछे मौसम विज्ञानियों ने आगे अपनी राय दी है।
मौसम विज्ञानियों का क्या है कहना ?
दरअसल, मौसम विज्ञानी अत्यधिक ठंड के लंबे दौर के लिए पश्चिमी विक्षोभ को जिम्मेदार मानते हैं, जिससे बर्फ से ढके पहाड़ों से ठंडी हवाएं सामान्य से अधिक समय तक चलती हैं। आमतौर पर दो पश्चिमी विक्षोभों के बीच तीन-चार दिनों का अंतर होता है। इस बार यह अंतराल बढ़कर सात दिन हो गया।
9 जनवरी, 2023 को हिल स्टेशन से भी ठंडी रही दिल्ली
इससे पहले 9 जनवरी, 2023 को ये बात सामने आई थी कि इस बार दिल्ली हिमालयी राज्यों के अधिकांश स्थानों से ज्यादा ठंडी रही है। देश की राजधानी दिल्ली में उत्तराखंड और हिमाचल के हिल स्टेशनों से भी ज्यादा ठंड रही है। केवल इतना ही नहीं इस बार ठंड के कई पुराने रिकॉर्ड भी टूटे हैं।
तापमान गिरकर 1.5 डिग्री सेल्सियस हुआ
गौरतलब हो, लगातार ठंड बढ़ने के पांचवें दिन 9 जनवरी, 2023 को दिल्ली हिमालयी राज्यों उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के अधिकांश स्थानों से अधिक ठंडी रही। बीते सोमवार को दिल्ली का तापमान चार डिग्री सेलसियस दर्ज किया गया था, जबकि शनिवार सुबह दिल्ली के रिज इलाके में तापमान 1.5 डिग्री दर्ज किया गया था।
भीषण सर्दी और घने कोहरे की स्थिति
फिलहाल, देश के उत्तरी क्षेत्र में भीषण सर्दी और घने कोहरे की स्थिति बनी हुई है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा के ज्यादातर क्षेत्रों में सुबह घना कोहरा छाया रहा। ओस की बूंदें बारिश की तरह टपकती रहीं।
पहले का पूर्वानुमान
ठंड का यह दौर 1 दिसंबर को किए गए आईएमडी के पूर्वानुमान की पृष्ठभूमि में आया है कि सर्दियों का मौसम (दिसंबर से फरवरी) उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत के लिए सामान्य से अधिक गर्म और दक्षिणी भारत में सामान्य से अधिक ठंडा रहेगा। बता दें, IMD शीत लहर की घोषणा तब करता है जब न्यूनतम तापमान सामान्य से 4°C से कम या 4.5°C से कम हो। फिलहाल, दिल्ली हिल स्टेशनों से ज्यादा ठंडी है जहां का तापमान गिरकर 1.5 डिग्री सेल्सियस हो गया है। इससे पहले 1 जनवरी, 2021 को 1.1 डिग्री सेल्सियस सबसे कम तापमान दर्ज किया गया था।
1901 के बाद से सबसे ठंडा दिन
उल्लेखनीय है कि 30 दिसंबर, 2019 को 1901 के बाद से सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया था। इस दिन अधिकतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था। पिछला निम्न स्तर 2 जनवरी 2013 को 9.8 डिग्री था। इस सप्ताह की शुरुआत में, IMD ने कहा कि 2022 भारत के लिए 1901 के बाद से पांचवां सबसे गर्म साल था। इससे पहले सबसे गर्म साल 2016 था।