प्रदेश के शिक्षा मंत्री व चम्पावत जिले के प्रभारी मंत्री कोविड़ अरविंद पाण्डेय ने जनपद में किये गए कोविड़ कार्यो की समीक्षा की. चम्पावत कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में उन्होंने अधिकारियों से कोविड़ कार्यो में और अधिक तत्परता से कार्य करने व दायित्वों का निर्वहन करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा की कोरोना के इस संकट से बचने के लिए लोगो पर जागरूकता पैदा करनी होगी और लोगो को कोविड के नियमों का सख्ताई से पालन करवाना होगा. जिले में कोविड़ कार्यो की समीक्षा के बाद उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण की गति बढ़ने से इसके सुरक्षात्मक उपाय ओर तेज करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि इस नाजुक समय पर सभी एक दूसरे पर आरोप -प्रत्यारोप से बचे और सभी आपसी समन्वय बनाकर अपनी जिम्मेदारियों को निभाये तभी हम इस संकट से पार पा सकते है.
उन्होंने सभी अधिकारियों को सतर्कता के साथ कार्य करने को कहा. उन्होंने निर्देश दिए कि कोविड केयर सेंटर , हॉस्पिटलों में साफ-सफाई की व्यवस्था दुरस्त रखे और यदि छोटे कर्मचारी पर्यावरण मित्रे, नर्स आदि की कमी हो तो जिलाधिकारी उचित मानदेय पर कर्मचारियों को लगाए. क्यूकिं यह समय लोगो की जान बचाने का है. उन्होंने ऐसे दूरस्थ क्षेत्रों में जहाँ सैंपलिंग नही हुई है वहा टीम भेजकर सेम्पलिंग करवाये. समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी विनीत तोमर ने बताया कि जिले में वर्तमान में एक्टिव केस 1345 और जनपद में 18 कन्टेन्टमेंट जोन बनाये गए है. उन्होंने बताया कि बॉर्डर पर आने वाले सभी की सैंपलिंग 24 घंटे शत प्रतिशत की जा रही है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में लगभग 1000 सेम्पलिंग प्रतिदिन की जा रही है जिसको और बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है. जिलाधिकारी ने बताया कि कोरोना के नियमों का पालन नही करने वालो का सख्ताई के साथ चालान किये जा रहे है. 4315 लोगो के मास्क ना पहनने पर, सामाजिक दूरी पर 944 लोगों के चालान काटे गए तथा 17380 फ्री मास्क बाटे गए. उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा अब लोगो के सेम्पल लेते ही उन्हें दवा किट देने का प्रयास किया जा रहा है. बैठक के बाद प्रभारी मंत्री ने कोविड़ कंट्रोल रूम का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. गौरतलब है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रदेश के कैबिनेट मंत्रियो को जिलेवार प्रवंधन व अनुश्रवण की जिम्मेदारी दी गयी है.